दादा पर दादा की जमीन का अगर आप सुधार करवाने का सोच रहे हैं तो एक ऐसा तरीका बताएंगे कि आप भी जो है सुधार करवा पाएंगे इनका तो सुधार हो गया अब है कि जो सुधार करवाएंगे यह जो जमीन है तो यह जमीन आपके पास मौजूद है लेकिन इस जमीन का कागजात आपके पास मौजूद नहीं है इस जमीन के कागजात में त्रुटि है कोई समस्या है तो आपके पूर्वज की जमीन है दादा पर दादा के समय से यानी कह सकते हैं ना इस जमीन का खतियान है खटियाणी जमीन है या हो सकता है कि कागजात के तौर पर आपके पास जमीन का खतियान हो आपके पास जमीन केक वाला हो आपके पास जमीन का वसीयत हो आपके पास जमीन का जो है यहां पर गिफ्ट डीड हो तो दान पात्र हो तो इसलिए यह सारे डॉक्यूमेंट जो है ऐसे कागजात हैं जिससे प्रॉपर्टी का जो टाइटल होल्डर है यानी प्रॉपर्टी का जो मालिक है असली मालिक उसका पता चलता है कि आखिरकार कौन होगा मालिक तो इसलिए कि यह सब रजिस्टर्ड डॉक्यूमेंट है |दादा की जमीन पर पोते का हक: पूरी कानूनी जानकारी अब क्या हुआ कि एक समय जो ऐसा आया कि इसमें जो है सुधार की जरूरत हो गई इसका मुख्य कारण क्या है मुख्य कारण यह है की सबसे पहले जब देश आजाद हुआ तो उसका सबसे पहला कदम क्या था पता है सबसे पहला कदम पहला कदम जो है यह था कि अब ऐसा किया जाए कि जो जमींदार अन्य यहां पर जमींदारों जमींदारों से अधिकार को क्या किया गया छीन कर अधिकार क्या कर और यह किसको दिया गया किस कोयहां पर किस को तो जमींदार से अधिकार ले लिया गया किस को अधिकार दे दिया गया इसमें जो है लाखों किसानों को जो है जमीन पर सिद्ध अधिकार मिला अब इसमें जमीन के जो पहले के मालिक थे जिनके पास जमीन का कागजात था जिनके पास जमीन का डॉक्यूमेंट था क्या उनके कानूनी अधिकार होगा यानी एक बड़ा सवाल है क्या उनके कानूनी अधिकार बनता है | दादा की जमीन पर पोते का हक: पूरी कानूनी जानकारी तो बिल्कुल बनता है यानी अगर आपके पास जमीन का पुराना खतियान है तो उसी अनुसार आप जमीन का नया खतियान में सुधार करवा पाएंगे लेकिन जिसके पास जमीन का वर्षों से कब्जा है अंग्रेजों के समय से कब्जा है लेकिन उसके पास जमीन का कागजात नहीं है उसका क्या होगा उसके लिए भी हम बताइए लेकिन अभी जो नियम और यह प्रक्रिया है इसको आप जरूर समझ लें कि आखिरकार अब क्या होने वाला है
पैतृक संपत्ति दादा की जमीन पर पोते का हक
- पैतृक संपत्ति बनाम स्व-अर्जित संपत्ति
- कौन सी जमीन पैतृक मानी जाती है
- जन्म से अधिकार मिलने का सिद्धांत
- हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम, 1956 और 2005 संशोधन
- बेटा-बेटी दोनों के बच्चों का समान अधिकार
पुराना खतियान क्या है? पूरी कानूनी जानकारी
पुराना खतियान जमीन का वह आधिकारिक रिकॉर्ड है, जो पहले के समय में राजस्व विभाग या जमीन रजिस्ट्रेशन ऑफिस द्वारा तैयार किया गया था। इसमें जमीन के मालिक, किस्म, रकबा (एरिया) और उपयोग का विवरण दर्ज रहता है।पुराना खतियान अगर आप आपके पास यह है पुराना खतियान है तो पता है आपको कि यह जो है एक तरह से अंग्रेजों के समय से है ब्रिटिश काल से यह यहां पर जो है यानी ब्रिटिश यहां पर समय से तो जैसे कि यहां कह सकते हैं |खतियान जमीन का वह दस्तावेज है जिसमें मालिकाना हक, कब्जा और अन्य जरूरी जानकारी दर्ज रहती है। ब्रिटिश का जो डॉक्यूमेंट था वह चला लेकिन ब्रिटिश का में मकसद क्या था कि कर को वसूलना टैक्स को वसूलना यानी जमीन का जो खेती करेगा जमीन पर जमीन का जो मालिक होगा उसे जमीन मालिक से कर वसूलना अब लेकिन यह यहां पर जो है वर्तमान में जो कंडीशन है कि अब क्या हुआ कि सरकार के द्वारा भूमि सर्वेक्षण करा कर एक नया खतियान बना दिया गया लेकिन यह खतियान जो बनाया गया उसमें कौन-कौन से दस्तावेज मांगे गए क्या आपको पता है वह कौन सा दस्तावेज था यानी वह खतियान जो बना तो वह ऐसा डॉक्यूमेंट था जो देना जरूरी था और जिसके पास डॉक्यूमेंट नहीं हुआ कागजात मौजूद नहीं है उसको बाहर कर दिया गया नहीं आपका गलत है कि दस्तावेज तैयार हो गया
नया खतियान क्या है? पूरी जानकारी और प्रक्रिया
या खतियान वह अपडेटेड जमीन का रिकॉर्ड है, जो नवीनतम भूमि सर्वे और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के बाद तैयार किया जाता है। इसमें जमीन के मौजूदा मालिक, रकबा, उपयोग, और अन्य कानूनी जानकारी दर्ज होती है।अब नया खतियान बनने की जो प्रक्रिया है अगर उसकी बात करें जो नया खतियान है उसे समय जो है नया खतियान जब बनाने के लिए प्रक्रिया शुरू हुआ तो आवश्यक जो एक महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट है वह लोगों के पास बोला देखें नया खतियान आपका बनेगा आपके पास जो है यहां पर पुराना पुराना खतियान होना चाहिए पुराना खतियान होना चाहिए नया खतियान बनेगा आपके पास जो है एक तरफ से जमीन का केवल होना चाहिए कि वाला यानी जिसको आप बोलते हैं बिक्री पत्र जिसको बोलते हैं सैलरी यानी जमीन की रजिस्ट्री यह होना चाहिए अगर आपका नाम से खतियान बनेगा आपके पास जो है यहां पर बटवारा का कागज होना चाहिएआपका नाम दर्ज होगा आपके पास जो है यहां पर उत्तराधिकारी जो उत्तराधिकारी आज बोलते हैं उत्तराधिकारी जो प्रमाण पत्र है यानी वह होना चाहिए ठीक है प्रमाण पत्र यह देखने के बाद आगे आप भूमि का जो सर्वेक्षण है नया खतियान आपका नाम से खोलने का प्रक्रिया अब जिसके पास मान लेते हैं पुराना खतियान नहीं है ठीक है जिसके पास जमीन का रसीद नहीं है पुराना अब उसमें क्या हो गया गड़बड़ी हो गया यह सारा प्रक्रिया हुआ तैयार किया गया जमीन का खतियान जब तैयार किया गया तो वैसे सिचुएशन में जो है किसी का गड़बड़ी नहीं हो उसके लिए भी सुधार का मौका दिया गया सुधार का मौका दिया गया लेकिन सुधार का मौका देने से क्या होगा सुधार आप करने जाएंगे तब तो होगा यानी आज जो है एक तरह से वर्तमान में अगर भूमि का सर्वेक्षण होता है तो कौन-कौन से दस्तावेज देने की जरूरत है पहले भी वही था
जमीन विवाद सुलझाने में भूमि सर्वे की भूमिका
भूमि सर्वे (Land Survey) वह सरकारी प्रक्रिया है जिसमें किसी जमीन का सटीक माप, सीमांकन और मालिकाना विवरण दर्ज किया जाता है। यह काम राजस्व विभाग या भूमि रिकॉर्ड विभाग द्वारा किया जाता है और परिणामस्वरूप खतियान, खसरा, और नक्शा तैयार होता है।आज भी जो है अगर भूमि का सर्वेक्षण होता है तो यानी भूमि का अगर सर्वे होता है तो आपके पास जमीन का रसीद है कि नहीं है आपके पास जमीन का अन्य कोई वसीयत अगर है तो वसीयत है कि नहीं है तो यह सभी दस्तावेज के आधार पर आज जो भूमि का नया सर्वेक्षण हो रहा है वर्तमान में जहां पर भी यह यही देखा जाएगा कि आखिरकार अगर यह सब कुछ सही है यह इसमें किसी प्रकार का कोई भी दिक्कत नहीं है कोई भी समस्या नहीं है तो उसको कोई दिक्कत नहीं होगा भूमि को सर्वेक्षण करने में यानी भूमि को अगर वह एक तरह से सर्वे करना चाहते हैं वर्तमान में तो यह सब दास टैवेज भैया जरूरी है हम नहीं रहेगा आपके पास कागजात तो आपका नाम से कहां से सर्वे होगायानी पहले लेकिन जो है बहुत सारे लोगों का जिनके पास कागजात नहीं था हम अपना नाम वह जाकर किसी तरीके से जो है दर्ज करवा दिए देखे दर्ज करवा दिया अब यह दर्द हो गया अब दर्द होने के बाद अगर जो जमीन के मालिक थे अगर वह चाहते तो उसका सुधार करवा सकते थे कोई दिक्कत नहीं था बहुत लोग दर्ज करवा लिया लेकिन जमीन मालिक जो है बहुत सारे वर्चस्व वाले थे उनको लगता था कि मेरा जमीन है सर्वे कर लेगा कैसे यह गलत कैसे कर देगा हम तो दिए हुए हैं लेकिन हुआ उनके जमीन उनकी जमीन उनके पूर्वज की जमीन दूसरे का नाम चल गया अब वह लोग जो है सुधार करने भी नहीं गए आज वर्तमान में आज जो विवाद देखने को मिलेगा बहुत सारे कोर्ट में विवाद जो लंबित है वह इसी बात को लेकर है उनके पूर्वज तो चले गए लेकिन आज उनके बेटे की जो जमीन है वह दूसरे के नाम दर्ज है और उसे समय बस एक सिंपल सा भीम एक बार जाकर जो है सिर्फ वेरीफाई करते और सुधार में जो है डॉक्यूमेंट को डालते तो उनके कागजात का सुधार हो जाता किसी प्रकार का कोई भी समस्या उत्पन्न नहीं होता
- Land Survey सूचना जारी होना – राजस्व विभाग सर्वे का नोटिस जारी करता है
- Land Survey मौके पर माप – सर्वे टीम टोटल स्टेशन, GPS या माप-फीता से माप करती है
- Land Survey सीमांकन – पड़ोसी जमीन मालिकों की मौजूदगी में सीमाएं तय होती हैं
- Land Survey रिकॉर्ड तैयार करना – माप के आधार पर नक्शा, खतियान, और रजिस्टर अपडेट होता है
- Land Survey आपत्ति और सुधार – अगर किसी को आपत्ति हो तो तय समय में आवेदन कर सकते हैं
पुराना खतियान और नया खतियान – क्या है अंतर?
पुराना खतियान और नया खतियान का जो महत्व की बात करेंगे सबसे पहले तो देखें जो भी पुराना खतियान और नया खतियान का जिनके पास भी विवाद है अब वह जो वर्तमान में अगर देखा जाए तो सिविल कोर्ट सिविल कोर्ट जिसको किया बोलते क्या यहां पर दीवानी न्यायालय दीवानी न्यायालय अब दीवानी न्यायालय में यह चला गया आपका मामला खतियान से संबंधित अब यानी अब क्या होगा कि आपके साथ से देखे जाएंगे अब किस प्रकार से देखे जाएंगे यह भी आप जो है एक तरह से समझ लें अब यहां पर गड़बड़ी हुई कि जो पुराना खतियान है ठीक है यहां पर जो पुराना पुराना खतियान खतियान में जो है यह आप कह सकते हैं पुराना खतियान और नया खतियान – क्या है अंतर? रमेश राव के नाम से पुराना लेकिन अब यह नया में जो है एक तरह से कोई और आ गया ठीक है और एक तरह से नया जो खतियान बना नया खतियान तो नया खतियान में जो नाम दर्ज हो गया वह हो गया सरोज सरोज यहां पर जो है सरोज यहां का तो सरोज खान के नाम से यह जो है खतियान दर्ज हो चुका हैतो अब आखिरकार इसका सुधार कैसे होगा कोर्ट में जाएगा तो कोर्ट में यह देखा जाएगा रमेश राव के नाम से है तो नया खतियान रमेश राव के उत्तराधिकारी या रमेश राव अगर जीवित थे तो रमेश राव के नाम से खुद नया खतियान बनना चाहिए था कोर्ट के द्वारा यह जांच किया जाता है कि अधिकतर से कब नाम चढ़ा कब नाम यहां पर चढ़ा उसके बाद कैसे चढ़ा नाम आखिरकार कैसे चढ़ा मामला थोड़ा जटिल होता है इस बात को आप समझ लें लेकिन जो कानूनी अधिकार है अगर उसे अधिकार की बात करेंगे मलिक आना हक यहां पर सिर्फ खतियान पर नहीं मिलता यानी आपके पास पुराना खतियान रहेगा तो उसी आधार पर नहीं मिलेगा ठीक है यानी आपके पास सबूत यानी साक्षी भी होने चाहिए आपके पास ठोस जो है यहां पर गवाह भी होने चाहिए तो यह सभी अगर साक्ष्य मौजूद है तो कोई दिक्कत नहीं आप सुधार करवा पाएंगे तो आपके पास भी विकल्प है अगर आप अपना खतियान में नए खतियान में किसी प्रकार की त्रुटि है सुधार करवाना चाहता है तो कमीनी प्रक्रिया में आप जा सकते हैं और यानी जो दीवानी न्यायालय है सिविल कोर्ट है वहां पर आप केस दर्ज कर सकते हैं