Title Suit kya hota hai – टाइटल सूट क्या होता है ?
आज आपको बताने वाले है कि title Suit kya hota hai टाइटल सूट क्या होता है,title suit ka kya arth hai टाइटल सूट का क्या अर्थ है ,title suit kesh kya hota hai टाइटल सूट केश क्या होता है ,title suit kab karen टाइटल सूट कब करें , title Suit law in india टाइटल सूट कानून भारत में इन सभी विषय पर आज आपको विस्तार से जानकारी दूंगा ताकि यदि आप इस तरह की समस्या का सामना आसानी से कर सकें
Title Suit kya hota hai- टाइटल सूट क्या होता है ?
यदि आप की संपत्ति है और संपत्ति का टाइटल भी आप के नाम है लेकिन यदि अभी वह संपत्ति आप के पास नहीं है तो आप उस हासिल करने के लिए कोर्ट में title Suit टाइटल सूट करते है और अपना मालिकाना हक का दावा कोर्ट में साबित करते हैं Title Suit टाइटल सूट कर के आप अपने संपत्ति को हासिल कर सकते हैं
Title Suit ka kya arth hai- टाइटल सूट का क्या अर्थ है ?
टाइटल सूट का अर्थ यह है कि जिस आदमी के नाम पर संपत्ति का Title होगा वहीं संपत्ति का मालिक होगा | मान लेते हैं कि आपके पास बहुत सारी संपत्ति है लेकिन यदि संपत्ति पर आपके पिता या माता का नाम दर्ज है तो इसका मतलब ये हुआ कि संपत्ति का Title जो है वह पिता और माता है अन्य सब्दों में कहें तो Title का मतलब संपत्ति मालिक का नाम है
Title Suit kesh kya hota hai – टाइटल सूट केश क्या होता है
अगर देखा जाय तो सबसे महत्वपूर्ण सवाल यही है कि Title Suit kesh kya hota hai सभी के लिए यह जानना जरूरी है | Title Suit केश आप अपने हक को पाने के लिए करते है यदि आप के संपत्ति को किसी ने कब्जा कर रखा है लेकिन संपत्ति का का Title आपके पास है तो आप अपनी संपत्ति को पाने के लिए कोर्ट में Title Suit केश फाइल कर सकते हैं और अपने संपत्ति को वापस पा सकते हैं यदि किसी व्यक्ति की जमीन का सर्वे किसी दूसरे व्यक्ति के नाम हो गया लेकिन किसी कारण वश आप सुधार नहीं कर पाए तो आप अपनी संपत्ति का सुधार पुराना सर्वे के आधार पर Title Suit केश फाइल कर के कर सकते है Title Suit kesh की डिग्री के बाद आप सुधार कर सकते हैं Title Suit से आप सर्वे में गड़बड़ी का सुधार,जमीन कब्जा से संबंधित विवाद, रजिस्ट्री का सही पोजिशन ना मिलने का विवाद , फर्जी दस्तावेज के आधार पर दाखिल खारिज का विवाद इन सभी तरह के विवाद होने पर आप title Suit केश फाइल कर के अपना हक वापस पा सकते हैं
Title Suit kab karen – टाइटल सूट कब करें ?
यदि आपकी संपत्ति में या जमीन में किसी तरह का फर्जीवाड़ा हो जाय जैसे की जमीन का गलत सर्वे हो जाय ,जमीन का दखल किसी और का हो,जमीन का रजिस्ट्री में फर्जीवाड़ा हो जाय ,जमीन खरीदने के बाद भी जमीन का पोजिशन नहीं दिया गया इस तरह की सभी समस्याएं अगर उत्पन हो तो आप Title suit कर सकते हैं | यदि आपके जमीन का कोई गलत तरीके से कागज तैयार कर लिया है और उस आधार पर दाखिल खारिज भी करा लिया है तो अब संपत्ति को कब्जा करना चाहता है उस परिस्थिति में भी आप टाइटल सूट कर के फर्जी दस्तावेज को रद्द कर सकता हैं
Title Suit law in india – भारत में टाइटल सूट केश
भारत में टाइटल सूट अपना अधिकार प्राप्त करने का एक साधन है अगर आप के दादा परदादा पिता की संपत्ति पहले बहुत थी लेकिन आज वह किसी और के कब्जे में है तो आप अपना अधिकार कानूनी तरीके से ले सकते हैं जिसके लिए आप को Title Suit law का सहारा लेना पड़ेगा | अगर किसी संपत्ति का Title आपके पास है और किसी ने अवैध तरीके से उसको कब्जा कर लिया है तो रिलीफ एक्ट का धारा 5 कहता है कि आप अपना हक वापस पा सकते है लेकिन उसको खाली कराने का मुकदमा सिविल कोर्ट में दायर करना पड़ेगा
FAQ:Title Suit
टाइटल सूट केश क्या है ?
Ans:टाइटल सूट एक अधिकार दिलाने के लिए सूट है अगर आपकी संपत्ति पर आप का अधिकार नहीं है तो आप टाइटल सूट कर के अधिकार वापस पा सकते हैं
Ans:टाइटल सूट कहां करें ?
टाइटल सूट आप किसी भी कोर्ट में कर सकते हैं और अपने संपत्ति पर कब्जा वापस पा सकते हैं
Ans:टाइटल सूट कब करें ?
यदि आपको ऎसा लगता है आप की संपत्ति को कब्जाधारी नहीं छोड़ना चाहता है या संपत्ति का दस्तावेज कोई फर्जी तरीके से तैयार कर लिया है तो आप टाइटल सूट करें